फिरोजाबाद। जैन संस्कृति नैतिक संस्कार शिविर में पिछले दस दिनों से चल रही पाठशाला में बच्चों एवं जिनवाणी साज सज्जा के प्रतियोगी बच्चों को एक भव्य समारोह में उत्तर प्रदेश जैन विद्या शोध संस्थान लखनऊ तथा दिगम्बर जैन परिषद द्वारा पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार पाकर सेंकड़ों बच्चों के चेहरे खिल उठे।
श्रुत पंचमी के अवसर पर महावीर जिनालय में प्रज्ञा श्रमण बाल मुनि अमित सागर ससंघ के सानिध्य में उत्तर प्रदेश जैन शोध संस्थान लखनऊ द्वारा सभी बच्चों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ जैन पाठशाला चैकी गेट एवं ओम नगर की छोटी बच्चीयों द्वारा णमोकार मंत्र से किया। तत्पश्चात् भगवान महावीर के चित्र का अनावरण ललितेश प्रसाद जैन, राजेंद्र प्रसाद जैन, दीप प्रज्वलित उत्तर प्रदेश जैन शोध संस्थान के उपाध्यक्ष अभय कुमार जैन द्वारा किया गया। दिगम्बर जैन परिषद के उपाध्यक्ष राहुल जैन सिटीजन, संजय जैन बल्ले, अजय जैन एडवोकेट, चंद्र प्रकाश जैन, अरुण जैन पीली कोठी, मनोज कुमार जैन, शोभित जैन, रितेश जैन, अमित जैन, मुकेश कुमार जैन द्वारा विशिष्ट अतिथि अभय कुमार जैन उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश जैन शोध संस्थान, अमित कुमार अग्निहोत्री निदेशक उत्तर प्रदेश जैन शोध संस्थान लखनऊ, मुख्य वक्ता अनूप चंद्र जैन एडवोकेट, राजेंद्र प्रसाद जैन, ललितेश जैन, महावीर प्रसाद जैन मुन्ना बाबू का तिलक लगा कर एवं पीत दुप्पटा पहना कर सम्मानित किया गया।
देश के दूरदराज नगरों से शिक्षण कार्य हेतु पधारे मयंक जैन शास्त्री, कपिल जैन शास्त्री, कृष्णा जैन शास्त्री, सौरभ जैन शास्त्री, अनुराग जैन शास्त्री तथा पाठशाला संचालक एवं संचालिकाओं को पंकज जैन एलआईसी, स्नेह कुमार जैन, ओम प्रकाश जैन, डॉ मनीष जैन, डेविड जैन, प्रमोद जैन सोनल, राज कुमार जैन, संभव प्रकाश जैन ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। पाठशालाओं के बच्चों ने णमोकार मंत्र एवं कव्वाली अरे माता बहनो जरा ये तो बता दो, कि मंदिर में श्रंगार भला किस लिए है पर पांडाल में उपस्थित श्रद्धांलुओं को भाव विभोर कर दिया। जिनवाणी साज सज्जा में जैन ग्रन्थ पदम् पुराण की साज सज्जा के लिए अंशिका जैन को प्रथम पुरस्कार मिला, पांडव पुराण तथा पदम् पुराण ग्रन्थ की साज सज्जा के लिए द्वितीय पुरस्कार गुनी जैन एवं गर्वित जैन को मिला। श्रेणीक चरित्र ग्रन्थ की साज सज्जा के लिए तृतीय पुरस्कार आरुषि जैन को प्राप्त हुआ। मुख्य वक्ताओं अभय कुमार जैन एवं अनूप चंद्र जैन ने कहा कि परिषद द्वारा यह एक अनूठा कार्य किया है, जो सराहनीय है। इससे बच्चों के अंदर संस्कार जाग्रत होते हैं तथा धर्म के प्रति आस्था बढ़ती है। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम संयोजक संजय जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया।