- मंदिरों के आकार और दक्षिण भारत की डिजाइनों में भी गहने उपलब्ध
फिरोजाबाद। दीपावली त्यौहार के लिए सर्राफा बाजार में रौनक बिखरने लगी है, सोने-चॉदी के नए-नए डिजाइल के गहने ग्रहकों को आकर्षण कर रहे है। चॉदी का पर्स, दक्षिण भारत की डिजाइनों से बनी सोने के ज्वैलरी, चॉदी के सिक्के, पान व कमल के आकर के बाजार में उपलब्ध है। इसके अलावा लक्ष्मी, गणेश की चांदी की प्रतिमाऐं और डॉलर व चॉदी के नोट भी लोगों की पसंद बनी हुई है। सोने व चॉदी के कम वजन के गहने और सिक्के सर्राफा कारोबारियों ने बनवाएं है, ताकि मध्यमवर्गीय परिवार के लोग बजट के हिसाब से खरीदारी कर सके।
पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरूआत धनतेरस यानि शनिवार से हो जायेगी। इस दिन सोने-चॉदी के आभूषण, मूर्ति और सिक्के खरीदना शुभ माना जाता है। इसलिए काफी संख्या में लोग कुछ न कुछ आवश्य खरीदते है, लेकिन इस बार स्थिति अलग हैै। इन बार सोने-चॉदी के भाव आसमान छू रहे है। ऐसे में सर्राफा कारोबारियों ने कम वजन के गहने और सिक्के तैयार कराएं है।
चॉदी का पांच ग्राम का सिक्का और डॉलर उपलब्ध है। वहीं लक्ष्मी-गणेश की चॉदी की सबसे कम वजन की मूर्ति 15 हजार रू. मिल जायेगी। वहीं सोने की दो ग्राम की अंगूठी मिल जायेगी। चॉदी का सिक्का, कमल लोटस के आकार और पांच और दस ग्राम के वजन के सिक्के ग्राहकों के लिए तैयार है।
इसके अलावा तीन ग्राम वजन में मंगलसूत्र, मंदिरों के आकार और दक्षिण भारत की डिजाइनों में बनी सोने की ज्वैलरी ग्राहकों को पंसद आ रही है। इन डिजाइनों मे तरह-तरह के हार और झूमके उपलब्ध है। इसमें देवी-देवताओं की आकृतियां दिखाई देती है। सर्राफा कारोबारियों ने बताया कि सोने-चॉदी की ऊंची कीमत के चलते अब लोग हल्के वजन के गहने खरीद रहे है।
-हर आय वर्ग के ग्राहको का ध्यान में रखकर आभूषण निर्माण कराये गये है। कम से कम वजन से लेकर भारी वजन के आभूषण त्योहार को देखते हुए तैयार कराएं है। यह लोगों को पंसद आएंगे।
यश जिंदल, रविंद्रनाथ कन्हैया लाल सर्राफ