फिरोजाबाद। संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार एवं दाऊदयाल महिला महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की जन्म जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर एक दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम, कवि सम्मेलन एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। जिसका विषय ’राष्ट्रीय एकता व अखंडता के प्रतीक भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई रखा गया है। कार्यक्रम चार चरणों में संपंन किया जायेगा।
प्राचार्या प्रो. रेनू वर्मा ने बताया कि 25 दिसम्बर को भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की जन्म जयंती के अवसर पर महाविद्यालय में एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किये जायेगे। संगीत विभाग द्वारा समूह नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी, जिसकी थीम ’जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरियसे’ रहेगी। इससे पूर्व संगोष्ठी के दौरान विभिन्न महाविद्यालयों से बुद्धिजीवी वर्ग एवं शोधार्थी अपने शोध पत्रों का वाचन करेंगे। जिसमें अभी तक 300 ऑफलाइन और ऑनलाइन के माध्यम से पंजीकरण हो चुके हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकीय महाविद्यालय सिरसागंज के प्रमुख शिक्षाविद डॉ भगवत स्वरूप शुभम करेंगे। तृतीय सत्र में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई की काव्य साधना से अभिभूत कवि सम्मेलन के दौरान अखिल भारतीय स्तर के ख्याति प्राप्त कवियों का समागम होगा। जिनमें यशपाल यश, चेतना शर्मा, विनोद राजयोगी, महक जैन के अतिरिक्त कवि-कवयित्री उपस्थित रहेंगे। इस दौरान डॉ अंजु गोयल, डॉ नम्रता निश्चल त्रिपाठी, डॉ माधवी सिंह, डॉ स्नेहलता शर्मा एवं शालिनी सिंह मौजूद रही।

