फिरोजाबाद: मनुष्य रामचरित्र मानस को जीवन में उतारकर अनुसरण करें-कथा व्यास

-सुहागनगरी में दस दिनों तक बहेगी भक्ति ब्यार

फिरोजाबाद: मनुष्य रामचरित्र मानस को जीवन में उतारकर अनुसरण करें-कथा व्यास

फिरोजाबाद। नगर में शुरू हुई श्रीराम कथा में कथा व्यास ने रामचरित मानस एक अलौकिक और दिव्य ग्रंथ है। जिसकी सभी चौपाइयां अपना विशेष महत्व और अर्थ रखती हैं। यह धर्म ग्रंथ प्रत्येक परिवार के लिए पूज्य और अनुकरणीय है, इसे सभी लोगों को अपने जीवन में व्यावहारिक रूप से उतरना कर अनुसरण करना चाहिए। 

अखिल भारतीय देववाणी परिषद संस्कृत भारती परिवार और वात्सल्य विद्यापीठ के संयुक्त तत्वाधान में पॉलीवाल हॉल में आयोजित श्रीराम कथा का शुभारंभ हनुमान मंदिर के महंत जगजीवन राम मिश्रा, महापौर कामिनी राठौर ने भगवान श्रीराम के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ववलन किया। महाकाल के पीठाधीश्वर कथा व्यास प्रणवपुरी महाराज ने कहा कि रामचरित मानस एक सम सामायिक और व्यवहारिक धर्म ग्रंथ है। जिसकी घर-घर में पूजा होनी चाहिए।

राम अवतार की चर्चा की। नारद विष्णु संवाद और नारद मोह की लीला का मनोहरी वर्णन किया। कथा में       यजमान हनुमान प्रसाद गर्ग, कमलेश गर्ग, देवेंद्र शास्त्री, हरिमोहन गुप्ता, गौरव गोयल, द्विजेन्द्र मोहन शर्मा, आचार्य संतोष शर्मा, देवव्रत पांडे, राजेश दुबे, बृजेश यादव, सुनील टंडन, राकेश शंखवार, अनिल उपाध्याय, विजय  शर्मा,  रविंद्रलाल तिवारी, प्रवीन अग्रवाल, आनंद अग्रवाल आदि मौजूद रहे।