फिरोजाबाद: राम काजु कीन्हे बिनु मोहि कहा विश्राम.............

-श्रीराम कथा में हनुमान चरित्र का प्रणवपुरी महाराज ने किया वर्णन

फिरोजाबाद: राम काजु कीन्हे बिनु मोहि कहा विश्राम.............

फिरोजाबाद। नगर में चल रही श्रीराम कथा में कथा व्यास ने हनुमान जी महाराज को समर्पित कर उनके चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि मनुष्य किसी भी कार्य करने का संकल्प करे, तो प्रथम आलस्य बाधा डालने आ जाता है। युवाओं को हनुमान जी की तरह अपने लक्ष्य के प्रति लगन से बढ़ना चाहिए। 

पालीवॉल हॉल में कथा व्यास महाकाल पीठाधीश्वर प्रणवपुरी महाराज ने कहा कि हनुमान जी समुद्र लांघने निकले, तो मार्ग में मैनाक पर्वत ने उनसें कहा कि थोड़ा विश्राम कर लो, लेकिन हनुमान जी सादर मना कर दिया। हनुमान जी लंका में पहुंचकर अशोक वाटिका में माता जानकी से भेंट कर प्रभु की मुद्रिका भेंट की। माता जानकी की आज्ञा से अशोक वाटिका में फल खाकर उत्पाद मचाया। राक्षसों का वध कर सोने की लंका जलाकर राख करते हुए वापस श्रीराम के पास आकर माता सीता का समाचार सुनाया।

फिरोजाबाद: राम काजु कीन्हे बिनु मोहि कहा विश्राम.............

कथा के दौरान हनुमान प्रसाद गर्ग, कमलेश गर्ग, ब्रजेश यादव, देवेन्द्र शास्त्री, अनिल उपाध्याय, विकास गोयल, राजेश दुबे, सुनील शर्मा, डॉ प्रभास्कर राय, देवव्रत पांडेय, विनोद पचौरी, राजीव शर्मा, शंकरलाल शर्मा, माधव व्यास, कृष्ण गोपाल, रविंद्रलाल तिवारी, ओमप्रकाश शर्मा, डॉ दीपक गुप्ता, डॉ उपेंद्र गर्ग आदि मौजूद रहे।