फिरोजाबाद। नगर में चल रही श्रीराम कथा में कथा व्यास ने हनुमान, सुग्रीव, बालि की लीला का वर्णन करते हुए कहा कि भाई-भाई में मतभेद होना ठीक नहीं है। युद्व में बड़ा भाई या छोटा भाई मारा जायें, नुकसान तो परिवार का ही होता है।
पालीवाल हॉल में चल रही श्रीराम कथा में महाकाल के पीठाधीश्वर प्रणवपुरी महाराज ने कहा कि भगवान श्रीराम माता शबरी से भेंट करके और उनको नवधा भक्ति का उपदेश देते हैं। माता शबरी बताते हैं कि प्रभु आप पंप सरोवर जाइए वहां सुग्रीव से आपकी मित्रता होगी और वही माता जानकी की खोज में आपकी मदद करेंगे। भगवान राम ऋष्यमूक पर्वत पर पहुंचते हैं, जहां हनुमान से उनके भेंट होती है। हनुमान श्रीराम की सुग्रीव से मित्रता कराते हैं। भगवान सुग्रीव से कहते हैं कि बाली को एक ही बार से मार दूंगा। यदि एक मित्र दूसरे मित्र की कोई मदद नहीं कर सकता तो फिर कैसा मित्र है। भगवान राम ने सुग्रीव का वध किया। कथा के अंत में भगवान राम की आरती की गई। इस दौरान हनुमान प्रसाद गर्ग, कमलेश गर्ग, राजेश दुबे, देवब्रत पांडे, देवेंद्र शास्त्री, धीरेन्द्र भारद्वाज, भास्कर शर्मा, विकास गोयल, प्रवीन अग्रवाल, ब्रजेश कटारा, राजबर्धन सिंह, अनिल उपाध्याय, विकास गोयल आदि मौजूद रहे।

