फ़िरोज़ाबाद। मुनि एकत्व सागर महाराज का पिच्छिका परिवर्तन समारोह धार्मिक कार्यक्रमों के साथ मनाया गया। सेंकड़ों गुरुभक्तों ने मुनिश्री का आशीर्वाद प्राप्त कर धर्मलाभ लिया। समाज के लोगों ने मुनिश्री को नवीन पिच्छिका भेंट की।
कोटला रोड स्थित रत्नत्रय नसिया मंदिर में विराजमान मुलनायक विशाल पद्मासन प्रतिमा भगवान शीतलनाथ का प्रासुक जल से जिनाभिषेक एवं शांतिधारा की गई। शांतिधारा के प्रक्षाल को अपने मस्तक पर लगाया। भगवान शीतलनाथ विधान का शुभारम्भ संगीतकार विवेक जैन के मधुर भजनो एवं शास्त्री अमित जैन के द्वारा मन्त्रोंच्चारण के साथ विधान मंडल पर 132 अर्घ्य समर्पित किये। विधान के पश्चात् नसिया मंदिर कमेटी अध्यक्ष अनुज जैन तुलसी बिहार, अनूप चंद्र जैन एड, डॉ धीरेन्द्र जैन, प्रदीप जैन पीपी, संजय जैन पीआरओ, विजय जैन एड ने भगवान शीतलनाथ के चित्र का अनावरण कर दीप प्रज्वलित किया।
अनूप चंद्र एड ने कहा कि जैन दिगम्बर संतों की पिच्छिका का निर्माण करने में मोर की हत्या नहीं होती है, बल्कि शीतकाल प्रारम्भ होने के पश्चात मोर अपने पुराने पँख स्वतः ही छोड़ देता है और उन्ही पंखो से संतो की पिच्छिका का निर्माण किया जाता है। संजय जैन पीआरओ ने मुनिश्री एकत्व सागर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मुनिश्री का सांसारिक जीवन बहुत ही साधारण और धार्मिक बीता था। मुनिश्री को नवीन पिच्छिका भेंट करने का सौभाग्य श्याम कुमार जैन, सचिन जैन को मिला। पिच्छिका जिनेन्द्र जैन को प्राप्त हुआ। शास्त्र भेंट विजय जैन एड ने किया।
वर्षायोग लकी ड्रॉ कूपन खोले गए। जिसमे प्रथम पुरस्कार संभव जैन को वाशिंग मशीन, द्वितीय पुरस्कार ज्योति जैन को फ्रिज एवं तृतीय पुरस्कार सोनी जैन को साइकिल और सांत्वना पुरस्कार में नीतीश जैन को सिलाई मशीन, साधना जैन को पंखा, पवन जैन को कूलर, शिल्पी जैन आगरा को चांदी की माला, मांमत जैन को बेबी रिक्शा, राहुल जैन आगरा को कुकर, सनी जैन टंकी, नीतू जैन मोबाइल प्राप्त हुआ। समारोह में अभिषेक जैन, जितेंद्र जैन, विकास जैन, आकाश जैन, नरेन्द्र जैन, राहुल जैन, सचिन जैन, आदीश जैन, राजेश जैन, रोबिन जैन, सौरभ जैन, सन्मति जैन आदि मौजूद रहे।

