फिरोजाबाद: राष्ट्रीय लोक अदालत में डेढ़ लाख से अधिक वादों का हुआ निस्तारण 

फिरोजाबाद: राष्ट्रीय लोक अदालत में डेढ़ लाख से अधिक वादों का हुआ निस्तारण 

फिरोजाबाद। राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जनपद न्यायालय प्रांगण में किया गया। जिसमें आपसी सुलह समझौते के साथ एक लाख, 54 हजार, 146 वादों का हुआ निस्तारण। जिसमें 131105717 रू का अर्थ दंड बसूल किया गया। दूर दराज से आएं हजारो वादकारियों ने मुकदमा खत्म होने के बाद चैन की सांस ली। 

जनपद न्यायालय में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ मुख्य अतिथि प्रशासनिक न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह ने मॉ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने कहा कि लोक अदालत न्याय का सस्ता, सरल और त्वरित माध्यम है। इससे न केवल न्यायालयों पर बढ़ता बोझ कम होता है, बल्कि समाज में आपसी सौहार्द और भाईचारे को भी बढ़ावा मिलता है।

लोक अदालत में आपसी विवाद, पारिवारिक कलह, दहेज उत्पीड़न, भरण-पोषण, चेक बाउंस, मोटर दुर्घटना दावा, बिजली-पानी बिल, बैंक ऋण सहित विभिन्न प्रकार के मामलों का समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया। कई वर्षों से अलग रह रहे पति-पत्नी और परिवारों के बीच समझौता कराकर, उन्हें फिर से मिलाया गया, जिससे भावुक दृश्य भी देखने को मिले।

फिरोजाबाद: राष्ट्रीय लोक अदालत में डेढ़ लाख से अधिक वादों का हुआ निस्तारण 

इस अवसर पर प्रशासनिक न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह जनपद न्यायालय प्रांगण में महिला और पुरूष बंदी गृह का लोकार्पण किया। वहीं न्यायालय परिसर में फलदार वृक्ष लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। लोक अदालत में जनपद न्यायाधीश बब्बू सारंग, एसीजेम एवं सचिव अतुल चौधरी के अलावा अपर जिला जज, सिविल जज, अधिवक्ता, प्रशासनिक अधिकारी आदि मौजूद रहें।