फिरोजाबाद: अमेरिका के नए टैरिफ से ग्लास निर्यातकों में मची खलबली

-उद्यमियोें ने के्रद व राज्य सरकार से राहत दिलाने की लगाई गुहार

फिरोजाबाद। अमेरिका द्वारा ग्लास उत्पादों पर नए टैरिफ (आयात शुल्क) लगाए जाने के बाद शहर के निर्यातकों में चिंता की लहर दौड़ गई है। ग्लास निर्यात का एक प्रमुख केंद्र है, अब एक बड़े आर्थिक संकट की ओर बढ़ रहा है। यहां तैयार होने वाले लगभग 70 प्रतिशत उत्पादों का निर्यात अमेरिका को होता है। फिरोजाबाद के व्यापार का सबसे बड़ा ग्राहक देश है।

ग्लास मैन्युफैक्चर एक्सपोर्ट एसोसिएशन की बैठक में अध्यक्ष मुकेश बंसल (टोनी) ने कहा कि अमेरिका द्वारा लगाए गए नए टैरिफ के प्रभावों की सदस्यों ने चिंता व्यक्त की। समय रहते कोई ठोस समाधान नहीं निकाला गया, तो उद्योग पर गंभीर असर पड़ेगा। चीन से लगातार बढ़ती प्रतिस्पर्धा, वैश्विक मंदी, लागत में वृद्धि और अब अमेरिका की ओर से बढ़े टैरिफ, फिरोजाबाद की पारंपरिक ग्लास इंडस्ट्री को कमजोर कर रहे हैं।

यदि यह स्थिति बनी रही तो न केवल निर्यात घटेगा, बल्कि कारीगरों और मजदूरों की रोजी-रोटी भी खतरे में पड़ सकती है। निर्यातकों ने केंद्र व राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि तत्काल आर्थिक राहत पैकेज, निर्यात प्रोत्साहन, सब्सिडी और टैक्स में राहत, अमेरिका के साथ उच्च स्तरीय व्यापार वार्ता कर टैरिफ में राहत दिलाई जाएं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की प्रतिस्पर्धा बनाए रखने के लिए रणनीतिक सहयोग किया जाएं।

बैठक में सरवर हुसैन सचिव, गगन सचदेवा कोषाध्यक्ष, राजेन्द्र गुप्ता उपाध्यक्ष, विनीत जैन, शरद चंद्रा, विपिन अग्रवाल, सिंघराज यादव, गौरव सचदेवा, अनीस जैन, दीपक जैन आदि मौजूद रहे।