फिरोजाबाद। विश्व बालश्रम निषेध दिवस के अवसर पर कोमल फाउंडेशन द्वारा एवं सती महारानी जनकल्याण ट्रस्ट के सहयोग से जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन संस्कारशाला, कबीर नगर पर किया गया। कार्यक्रम में सभी बच्चों को बालश्रम रोकथाम हेतु, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, बाल विवाह एवं बाल तस्करी रोकथाम हेतु ,शिक्षा की महत्वता तथा बाल अधिकारों पर विस्तार से चर्चा कर जानकारी प्रदान की गई।
इस अवसर विवेकानन्द राज्य युवा पुरस्कार विजेता एवं कोमल फाउंडेशन के अध्यक्ष अश्वनी कुमार राजौरिया ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। उन्हें स्कूल और खेल के मैदान में होना चाहिए। बालश्रम न केवल बच्चों के बचपन को छीनता है, बल्कि उनके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास को भी नुकसान पहुँचाता है। हमें मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे और बाल श्रम जैसी अमानवीय प्रथा का शिकार न हो।
सरकार, समाज और प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है कि बच्चों को सुरक्षित, शिक्षित और सशक्त भविष्य प्रदान करें। आइए हम सब मिलकर बाल श्रम के खिलाफ आवाज उठाएं और इसे जड़ से समाप्त करने का संकल्प लें। कार्यक्रम में संस्कारशाला की शिक्षिका भावना राठौर, कोमल फाउंडेशन की वॉलिंटियर श्रीमती तान्या, दीक्षा राठौर, श्रद्धा गुप्ता, इंडियन गांधी, अंशुमान, पूजा, विनीता आदि उपस्थित रहे।