फिरोजाबाद: दशलक्षण पर्व के चैथे दिन नौवें तीर्थंकर पुष्पदंत महाराज का मना मोक्ष कल्याणक

फिरोजाबाद। दशलक्षण महापर्व के चैथे दिन जैन मंदिरों में उत्तम शौच धर्म की आराधना की गई। जिन भक्तों के श्रीजी के जयकारों से जिनालय गुंजायमान होने लगे। सुबह से लेकर शाम तक विभिन्न कार्यक्रम चलते रहे।

नगर के पाश्र्वनाथ दिगम्बर मंदिर बड़ी छपेटी, महावीर दिगम्बर जैन मंदिर चैकी गेट, नेमीनाथ दिगम्बर जैन मंदिर हनुमान गंज, महावीर दिगम्बर जैन मंदिर इन्द्रा कॉलोनी, सेठ छदामीलाल जैन मंदिर में दशलक्षण महापर्व पर प्रातः 5 बजे से ही श्रद्धालु जन अपने नजदीक के जिनालयों में पहुंचना प्रारम्भ कर दिया। पुरुष श्रद्धांलुओं ने पीत वस्त्रों में माथे पर स्वर्ण मुकुट धारण कर मन्त्रोंच्चारण के साथ श्रीजी का जिनाभिषेक तथा शांतिधारा की।

उत्तम शौच धर्म की स्थापना करते हुए श्रीजी के सम्मुख अघ्य्र समर्पित किये। जिनालायों में नोवें तीर्थंकर भगवान पुष्पदन्त का मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया गया। श्रद्धांलुओं ने भक्ति भाव के साथ विधान करते हुए भगवान का निर्वाण लाडू चढ़ाया। पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन जिनालय में धर्म सभा में बोलते हुए सांगानेर से आए विद्वान हेमंत जैन शास्त्री ने कहा कि अर्थात् भावों की शुद्धिका होना ही शुद्धता अर्थात् शौच है। जो कि किंचिन्मात्र भी मलीनता के अभावका सूचक है। वास्तव में यह शौचधर्म आत्मा का ही स्वभाव है।

शीतलनाथ रत्नत्रय जिनालय में मुनि अमित सागर, मुनि एकत्व सागर के सानिध्य में पुष्पदन्त भगवान का मोक्ष कल्याणक महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। आदीश जैन, संजय जैन पीआरओं ने बताया कि पांच वें दिन उत्तम सत्य धर्म की पूजा, आराधना की जाएगी। प्रथम दिन पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन जिनालय गली लोहियान में जलधारा महोत्सव मनाया जायेगा।