फिरोजाबाद। युवाओं के भविष्य निर्माण हेतु उनको कौशल विकास का प्रशिक्षण दिलाने एवं 18 वर्ष से कम आयु के आउट ऑफ स्कूल बालक-बालिकाओं को पुनः शिक्षा से जोड़ने के लिए एक करियर काउंसलिंग कार्यशाला हुई।
प्रमुख स्वयंसेवी संस्था चाइल्ड फंड इंडिया पेस दिशा द्वारा आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी सदर ओमप्रकाश अकेला ने कहा कि शिक्षा ही शेरनी का दूध है, जो पिएगा वही दहाड़ेगा। शिक्षा हमारे सर्वांगीण विकास के लिए बहुत आवश्यक है। प्रधानाचार्य सरोजिनी नायडू भगवान दास शंखवार ने कहा कि शिक्षा जीवन जीने की कला है, जो जितने उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त करेगा। उसका जीवन स्तर भी उतना ही ऊंचा होगा।
भारतीय स्टेट बैंक द्वारा संचालित आरसेटी सेंटर के प्रशिक्षक योगेश कुमार शर्मा ने कहा कि बेरोजगार युवाओं के लिए अनेक निःशुल्क रोजगार पर पाठ्यक्रम संचालित है। संस्था के परियोजना प्रबंधक सैयद कासिम अली ने कहा कि हमारी संस्था मलिन बस्तियों के अभावग्रस्त जीवन जीने वाले परिवारों के बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार के लिए सपोर्ट करती हैं। कोऑर्डिनेटर अनुपम शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त और संचालन नीतू सिंह ने किया। कार्यक्रम में प्रगति युवा विकास समिति के अध्यक्ष नरेश राठौर उपस्थित रहे।

