फिरोजाबाद: जन कल्याण विकास समिति ने संत दुर्बलनाथ महाराज की मनाई 164 वीं जयंती

फिरोजाबाद। सामाजिक संस्था जन कल्याण विकास समिति ने खटीक समाज के राष्ट्रीय संत दुर्बल नाथ महाराज की 164 वीं जयंती आशा आईटी आई कॉलेज हिमायूंपुर पर मनाई गई। समिति के पदाधिकारियों ने दुर्बलनाथ महाराज के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके जीवन पर प्रकाश डाला। 

प्रदेश महासचिव कृष्णमोहन चक्रवर्ती ने कहा संत दुर्बदनाथ 19 वीं सदी के एक भारतीय संत थे। जिनका जन्म राजस्थान के अलवर जिले के बिचगांव में हुआ था, वह हिंदू खटीक समुदाय के कुलगुरु माने जाते हैं।

उन्होने समाज में व्याप्त छुआछूत व भेदभाव को मिटाने का प्रयास किया। उनके अनुयाई उन्हें राष्ट्रीय संत भी कहते हैं। दुर्बलनाथ का सबसे प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान की दोसा जिले की बांदीकुई में है, जहां हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा को ज्ञानप्रकाश महोत्सव के रूप में मनाया जाता है।

प्रदेश उपाध्यक्ष पवन चक्रवर्ती ने कहा संत दुर्बलनाथ समाज के दलित शोषित और वंचित वर्ग के लोगों को सम्मानजनक जीवन जीने की राह दिखाई। वह प्रकृति के प्रति समर्पित थे। उन्होंने जीवन के प्रति दया का भाव रखने का महत्व समझाया।

इस दौरान प्रदेश महासचिव कृष्णमोहन चक्रवर्ती, कामरेड सोनेश कुमार, पवन चक्रवर्ती, सुनील वर्मा, अभय प्रताप सिंह, वरुण यादव, निखिल, सोनू, नवनीत, प्रतीक श्रीवास्तव, अभी प्रताप सिंह, करन आदि मौजूद रहे।