-चंद्रप्रभु मंदिर में हुई वार्षिक जलधारा
फिरोजबाद। दशलक्षण महापर्व, रत्नत्रय धर्म की आराधना के साथ सभी जैन मंदिरों में क्षमावाणी पर्व मनाया गया। चंद्रप्रभु जैन मंदिर में जलधारा हुई, जिसमें जिनभक्तों श्रीजी का जिनाभिषेक किया।
नगर के जैन मंदिरों में क्षमावाणी पर्व पर क्षमा धर्म का पूजन कर अध्र्याे का समर्पण किया। भगवान श्रीजी का पूजन अभिषेक कर शंतिधारा हुई, धार्मिक कार्यक्रमों में हुई गलती के लिए क्षमा याचना मांगी गई। जैन मुनि अमित सागर महाराज ने कहा कि जाने अनजाने में किसी के प्रति हुई गलती के लिए सभी को क्षमा याचना करनी चाहिए।
सोमवार की सांय चंद्रप्रभु जैन मंदिर की वार्षिक जलधारा महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें इंद्र बने बच्चों ने भगवान श्रीजी का अभिषेक व शांतिधारा के बाद पूजन किया। जैन मुनि ने भक्तों को पुण्य का संचय किया।
जैन दिगबंर युवा संघर्ष समिति के अध्यक्ष संजय कुमार जैन पीआरओ ने कहा कि दशलक्षण पर्व के अंत में क्षमावाणी मनाकर प्रत्येक जीव के लिए दया का भाव रखकर क्षमा मांगी जाती है। इस अवसर पर विजय जैन एड, आदीश जैन, प्रदीप जैन पीपी, कुुलदीप मित्तल जैन आदि मौजूद रहे।