फिरोजाबाद: कारगिल विजय दिवस केवल एक सैन्य सफलता नहीं, यह भारत की संप्रभुता की रक्षा में लिए गए अटूट संकल्प है-रामप्रताप सिंह चैहान

-केआरबी डिग्री कॉलेज में पूर्व सैनिकों को किया सम्मानित

फिरोजाबाद। शनिवार को भारतीय जनता पार्टी जिला फिरोजाबाद द्वारा असन रोड स्थित केआरबी डिग्री कॉलेज’ में जिलाध्यक्ष उदय प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में विचार संगोष्ठी आयोजित हुई।   

कार्यक्रम का शुभारम्भ विधिवत भारतमाता के चित्र पर माल्यार्पण कर व पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि राम प्रताप सिंह चैहान प्रदेश महामंत्री भाजपा उत्तर प्रदेश ने सम्मुख उपस्थित पूर्व सैनिकों, कार्यकर्ताओं, प्रबुद्धजनों को संबोधित करते हुए कहा कि कारगिल विजय दिवस स्वतंत्र भारत के सभी देशवासियों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है। भारत में प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को यह दिवस मनाया जाता है।

इस दिन भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध हुआ था, जो लगभग 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई के दिन उसका अंत हुआ और इसमें भारत विजय हुआ। कारगिल विजय दिवस युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों के सम्मान हेतु यह दिवस मनाया जाता है। कारगिल विजय दिवस केवल एक सैन्य सफलता नहीं, यह भारत की संप्रभुता की रक्षा में लिए गए अटूट संकल्प और दूरदर्शी नेतृत्व का स्मरण है।

जिलाध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने कहा कि पाकिस्तान अपनी आदत से कभी बाज नहीं आया हमेशा पाकिस्तान की सेना ने आतंकवाद फैलाने का काम किया है व आतंकवाद के समर्थन में रहा। विचार गोष्ठी में में पूर्व सैनिक नेम सिंह, अजय पाल सिंह, जगत सिंह, अवधेश सिंह, श्यामवीर सिंह, प्रेमपाल सिंह, राघवेंद्र सिंह, राजू सिंह, सत्यवीर सिंह, समरजीत सिंह, सुनील सिंह, विक्रम सिंह, विशंभर सिंह आदि का शॉल व माला पहनाकर स्वागत व अभिनन्दन’ किया गया।

कार्यक्रम के पश्चात ’एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत टूंडला ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सतीश धनगर के नेतृत्व में कॉलेज कैंपस में वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया गया। गोष्ठी में टूंडला ब्लॉक प्रमुख सतेंद्र धनगर, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सतीश धनगर, डॉ अमित गुप्ता जिला मीडिया प्रभारी, नारखी ब्लॉक प्रतिनिधि सुशील चक, टूंडला चेयरमैन भंवर सिंह, जिला उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह, नीलम दिवाकर, अजय धनगर, शैलेंद्र सिंह, दिनेश गुप्ता, शिवशंकर शर्मा, वीरेन्द्र प्रताप सिंह, गोपाल कृष्ण सिंह, पुष्पेंद्र पाल सिंह,  आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।