फिरोजाबाद: कव्वालों ने कलाम पेश कर रात भर बांधा शमा

-दरगाइ अबरारी में कव्वाली का हुआ आयोजन

फिरोजाबाद: कव्वालों ने कलाम पेश कर रात भर बांधा शमा

फिरोजाबाद। दरगाइ अबरारी में चल रहे उर्स में कव्वाली का आयोजन किया गया। बाहर से आए हुए कव्वालों ने रात भर कार्यक्रम में शमां बांध दिया। रात भर मुरीदन हिंदू-मुस्लिम श्रद्धालु कव्वालियों के कलाम पर झूम कर आनंद लेते रहे। 

सूफी सैयद अबरार हसन हसनी का 46 में उर्स के मौके कव्वाली का आयोजन किया गया। जिसमें कव्वालों ने अपनी कलाम से लोगों को दिल जीत लिया। जिसमें कव्वाल सागर बीसलपुर ने मैं तो भूल गई संसार यार तेरी गलियन में, हमारा सबसे बड़ा त्यौहार यार तेरी गलियन में, नवाज़िए हमें ख्वाजा हसन के सदके में, भिखारी आपके दर के हैं हम शाह ए अबरार, कव्वाल आफताब लियाकत ने ख्वाजा अबरार हसन एक आप लिए हम दर पर तुम्हारे आए हैं, ख्वाजा हसन का सदका भीख मिले हम दामन पसारे आए हैं पेंश किये।

उर्स की महफिल में दरगाह अबरारी के सज्जादा नसी सूफी जमील नासिर अबरारी ने करबला कमेटी के अध्यक्ष समाजसेवी हिकमत उल्ला खान का माला पहनकर पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। कुल शरीफ की रस्म अदा की गई, उसके बाद जौहर की नमाज से पहले तक कव्वालियों की महफिल हुई। करबला कमेटी के अध्यक्ष हिकमत उल्ला खान ने कहा कि उर्स में दूर-दराज से आए हुए हिंदू और मुस्लिम सभी भाइयों ने शिरक्त की।