फिरोजाबाद। हिंदुस्तानी एकेडेमी उत्तर प्रदेश, प्रयागराज और महात्मा गांधी बालिका विद्यालय (पी.जी.) कॉलेज हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में “ब्रज के सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक पुनरावलोकन परंपरा से आधुनिकता तक की यात्रा” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी 23 व 24 नवम्बर को होने जा रही है। जिसमें देशभर के अनेक प्रतिष्ठित साहित्यिक विद्वान, शोधकर्ता और आचार्य विभिन्न सत्रों में ब्रज साहित्य की गूढ़ता एवं उसकी सांस्कृतिक अस्मिता पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे।
प्राचार्या डॉ. प्रियदर्शिनी उपाध्याय ने कहा कि प्रतिवर्ष हिंदी विभाग द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाता है और यह पाँचवीं संगोष्ठी होने जा रही है। इसका उद्देश्य ब्रज की साहित्यिक परंपराओं को नई दृष्टि से समझना और शोधार्थियों को एक सशक्त मंच उपलब्ध कराना है। संस्था अध्यक्ष डीएन. शर्मा ने कहा कि आगामी संगोष्ठी ब्रज क्षेत्र की सांस्कृतिक एवं साहित्यिक विरासत पर केंद्रित होगी, जिसमें हिंदुस्तानी एकेडेमी के भूमिकाधिकारी एवं सचिव डॉ. अजीत कुमार सिंह का सहयोग रहेगा। सचिव सतीश चंद्र गुप्ता ने कहा कि संगोष्ठी की पृष्ठभूमि में ब्रज साहित्य में निहित सांस्कृतिक चेतना, आध्यात्मिक समन्वय और संवेदनात्मक अस्मिता के संरक्षण का उद्देश्य जुड़ा हुआ है, जिसे व्यापक विमर्श के माध्यम से सुदृढ़ किया जाएगा।
संयोजक डॉ. संध्या द्विवेदी, सह संयोजक डॉ. प्रिया सिंह ने बताया कि 23 नवंबर की शाम पांच बजे एक भव्य सांस्कृतिक संध्या तथा कवि सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें क्षेत्र के प्रमुख कवि अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि सदर विधायक मनीष असीजा, मुख्य वक्ता केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा के प्रो.उमापति दीक्षित होंगे। इसके अतिरिक्त औरैया के जिला विकास अधिकारी डॉ. सतीश कुमार पांडेय, साहित्य भूषण डॉ. रामसनेही लाल शर्मा ‘यायावर’ समेत कई गणमान्य व्यक्तित्व उपस्थित रहेंगे। राष्ट्रीय संगोष्ठी ब्रजक्षेत्र, उसकी संस्कृति और उसके साहित्य की विविध परंपराओं के पुनरावलोकन की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। वार्ता में मंडल सचिव एड. अनूप चंद्र जैन, कोषाध्यक्ष अनुपम कुमार गुप्ता आदि मौजूद रहे।

