फिरोजाबाद। थाना रजावली क्षेत्र में काली माता का मंदिर हटाकर मजार बनाए जाने का आरोप लगाने वाले विभिन्न हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने तहसील में धरना शुरू कर दिया। इस दौरान वह राम नाम का जप कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया जाएगा। या कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया जाएगा तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
धर्म रक्षा संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष संजय प्रताप सिंह एडवोकेट के नेतृत्व में विभिन्न हिंदू संगठनों के पदाधिकारी सोमवार को टूंडला तहसील पहुंचे। जहां उन्होंने टूंडला ब्लाक क्षेत्र के गांव सिकंदरपुर में बनी मजार को हटाकर वहां पर काली माता का मंदिर बनवाए जाने की मांग की।
संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष ने बताया कि गांव सिकंदरपुर में वर्ष 2012 में सपा सरकार के दौरान काली माता का मंदिर तोड़कर मजार बनवा दी गई थी। वहां पर हिंदू समाज के लोगों की तीन चार बीघा जमीन है। काली माता की मूर्ति एक पेड़ के नीचे रखी हुई है। वर्ष 2022 से हम मांग कर रहे हैं कि मजार को हटाकर काली माता की मूर्ति को वहां स्थापित कराया जाए, लेकिन प्रशासन नहीं सुन रहा है।
उन्होंने इसे लेकर अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा। अधिकारियों ने उनसे एक माह की मोहलत मांगी थी, लेकिन एक माह के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिसके बाद उन्होंने तहसील में धरना शुरू किया है। यहां राम के नाम का भजन किया जा रहा है। जब तक मजार हटाकर काली माता की मूर्ति को नहीं रखवाया जाता या कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया जाता। तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
धरने पर बैठने वालों में महेंद्र बघेल, योगेश कुमार, ललित कुमार, वरुण सारस्वत, प्रिंस सिंह, भीषमपाल जादौन, विकास बघेल, सुमित परिहार, यादवेंद्र सिंह चैहान, प्रशांत पाठक, संजय सिंह बघेल आदि हैं।