फिरोजाबाद। ग्राम पंचायत अधिकारी समन्वय समिति और ग्राम विकास अधिकारियों ने ऑनलाइन उपस्थिति (एफआरएस) तथा सचिवों पर बढ़ते गैर-विभागीय कार्यों के विरोध में आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है। केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर उत्तर प्रदेश ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी समन्वय समिति के बैनर तले विकास खंड फिरोजाबाद समेत जनपद के शिकोहाबाद, टूंडला, सिरसागंज, अरांव, एका, हाथवंत, नारखी, जसराना में एक दिसंबर से चरणबद्ध सत्याग्रह की शुरुआत होगी।
आंदोलन के पहले चरण में 1 से 4 दिसंबर तक सभी सचिव अपनी मांगों के समर्थन में काली पट्टी बांधकर शासकीय कार्य करेंगे। समिति का कहना है कि सचिवों से कराए जा रहे गैर-कार्यक्षेत्रीय दायित्वों और ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली ने उनके फील्ड कार्य को प्रभावित किया है। दूसरे चरण के तहत 5 दिसंबर को सभी सचिव ब्लॉक मुख्यालय पर धरना देंगे और खंड विकास अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजेंगे। इसी दिन जनपद के सभी सरकारी व्हाट्सऐप ग्रुपों को सचिव सामूहिक रूप से छोड़ देंगे। तीसरे चरण में सभी सचिव शासकीय कार्यों में अपने निजी वाहन का उपयोग बंद कर देंगे।
अंतिम घोषित चरण में 15 दिसंबर को सभी सचिव अपना इंटरनेट डोंगल ब्लॉक कार्यालय पर जमा कर देंगे। संगठन पदाधिकारियों का कहना है कि लगातार बढ़ते दबाव, गैर-प्रासंगिक कार्य और तकनीकी दायित्वों के बोझ ने ग्राम स्तर के विकास कार्यों को प्रभावित किया है। सरकार से मांग की गई है कि सचिवों के कार्यक्षेत्र की स्पष्ट परिभाषा करते हुए अनावश्यक दबाव समाप्त किया जाए।
आंदोलन में ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह, ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चंद्र पांडेय, ग्राम पंचायत अधिकारी समन्वय समिति अध्यक्ष व प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष जितेंद्र यादव, ग्राम विकास अधिकारी संघ के अध्यक्ष विजय कुमार, अभयदीप, महामंत्री आदित्य मिश्रा, प्रदीप सिंह के अलावा सचिव, कर्मचारी मौजूद रहे। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गई, तो आंदोलन और भी उग्र रूप ले सकता है।

