फिरोजाबाद: सती अनुसईया ने सीता जी को दिया पतिव्रत का उपदेश

फिरोजाबाद। नगर में हो रही रामलीला में जयंत परीक्षा, सती अनुसुईया द्वारा सीताजी को पतिव्रत धर्म का उपदेश देना, सरवंग-सुतीक्ष्ण तथा अगस्त ऋषियों से मिलते हुए पंचवटी में निवास करना आदि लीलाओं का मंचन किया गया। शाम को आरती की गई। 

तदर्थ प्रशासनिक रामलीला महोत्सव समिति के तत्वावधान में हो रही रामलीला में सोमवार को भगवान श्रीराम, माता जानकी और लक्ष्मण के साथ भ्रमण किया। सती अनुसईया ने रामचरित्र मानस के अरण्यकाण्ड में सीता को पतिव्रत धर्म के आदेश का उपदेश दिया।

उन्होने कहा कि एक स्त्री के लिए पति ही एकमात्र आधार है और उसके पति पूर्ण समपर्ण ही परम सुख और मुक्ति का मार्ग है। वनवास के दौरान इंद्र के पुत्र जयंत ने कौवे का रूप धकर सीता जी को संताने की कोशिश की। तो भगवान राम ने कौवे की आंख पर तीर चला दिया। अगस्त ऋषियों के आश्रम होते राम, लक्ष्मण और माता जानकी पंचवटी पहुंचे।

लीला मंचन के दौरान श्याम सिंह यादव, मुन्नालाल शास्त्री, राम नरेश कटारा, पीके पाराशर, हरिओम वर्मा, नितेश अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, विजय कुशवाहा, अनूप झा, गुड्डा पहलवान, अमित गुप्ता, राहुल गुप्ता पालू, वीनेश शर्मा,, अशोक गर्ग आदि मौजूद रहे। 

भरत-राम का हुआ मिलन, चरण पादुका लेकर अयोध्या लौटे भरत

फिरोजाबाद। लेबर काॅलौनी रामलीला में भरत, शत्रुघन माताओं के साथ गुरू वशिष्ठ, महामंत्री सुमंत्र के राम की खोज में वन को जाते है। जहाॅ उनकी आश्रम में प्रभु राम से भेट होती है। आप अयोध्या वापस चले और राज सिंहासन संभाले। राम  कहते हैं कि में पिता की आज्ञा से 14 वर्ष वनवास में ही रहूॅगा। 14 वर्ष बाद ही अयोध्या वापस आंऊगा। भरत राम की चरण पादुका सिर पर रखकर अयोध्या वापस लौट आते है और सिंहासन पर चरण पादुका  रख देते है।

इस दौरान श्रीनिवास शर्मा, राकेश शंखवार, नरेश शर्मा, लक्ष्मीकांत शुक्ला, पंकज भारद्वाज, सिद्धार्थ त्रिपाठी, किशन यादव, धीरज गुप्ता, मधुरिमा वशिष्ठ, सनी यादव, सुनील वर्मा, हिमांशु बिष्ट, सोहित शर्मा, शिव प्रताप यादव, मुकेश शुक्ला, श्यामू पांडे, बॉबी पोरवाल, राजीव शर्मा आदि मौजूद रहे।