फिरोजाबाद: स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए शुरू हुई स्कूल पेयरिंग नीति-जिलाधिकारी

-आज के समय में बच्चों के लिए संस्कृति, संस्कार और तकनीकी बेहद आवश्यक

फिरोजाबाद। जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में ‘‘स्कूल पेयरिंग नीति‘‘ को लेकर बैठक का आयोजन कलैक्ट्रेट सभागार कक्ष में किया गया। बैठक में विभिन्न क्षेत्रों से आएं शिक्षक मौजूद रहे। 

डीएम रमेंश रंजन ने शिक्षकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आपने शिक्षा की गुणवत्ता में विशिष्ट बदलाव उपस्थित किया है और यह बदलाव विगत 5-7 सालों मे सबसे अधिक उपस्थित हुआ है। अब सरकार के प्रयासों से गरीब बच्चों का दाखिला भी अच्छे स्कूलों में हो रहा है। ‘‘स्कूल पेयरिंग नीति‘‘ बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की ओर सरकार द्वारा उठाया गया महत्वपूूर्ण कदम है, यहां यह समझने की जरूरत है कि यह व्यवस्था स्कूल को बंद करने की नही, बल्कि उन्हे और बेहतर बनाने के लिए है। इस व्यवस्था से जिन स्कूलों में बच्चें बेहद कम है, दूूसरे स्कूलों में बच्चों को शिफ्ट करने से कक्षाऐं पूरी तरह भरी होगी, कक्षाओं में विद्यार्थियों की संख्या पर्याप्त होने से बेहतर सहपाठी संवाद और सामूहिक गतिविधियों में बढोेत्तरी होगी।

हर विषय के लिए शिक्षकों की उपलब्धता हो सकेगी, संसाधनों का प्रभावी और स्मार्ट उपयोग हो सकेगा। इस नीति के तहत एक स्कूल को प्री-प्राइमरी के लिए और दूसरें को प्राइमरी व मिडिल क्लासेज (कक्षा 1 से 5 व 8)  तक के लिए नामित किया जा रहा है। इन स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों जैसी आधुनिक सुविधाऐं जैसे, कम्प्यूटर लैब, खेल का मैदान, स्मार्ट क्लास आदि उच्च स्तरीय सुविधाऐं उपलब्ध कराई जा रही है। प्रत्येक पेयर्ड विद्यालय में पर्याप्त शिक्षक तैनात किए जाएगें, जिससे शिक्षा का स्तर व गुणवत्ता दोनो सुधरेगी।

डीएम ने बताया कि जनपद में 162 स्कूल है, जिनका पेयरिंग किया जाना है। इस दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न क्षेत्रों से आऐ अध्यापको से भी वार्ता की, साथ ही महिला शिक्षक संघ, प्राथमिक शिक्षक संघ, राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ इत्यादि के अध्यक्षोें से उनकी राय जानी, सभी ने एक स्वर से इस नीति की सराहना की और सभी ने एक स्वर से कहा कि इस नीति के आने से शिक्षा की गुणवत्ता में व्यापक सुधार होगा। उन्होंने कहा कि आज के समय में संस्कृति, संस्कार और तकनीकी बच्चों के लिए बेहद जरूरी है, जो इस दूरदर्शी और दूरगामी नीति से ही सम्भव होगी। बैठक में सीडीओ शत्रोहन वैश्य, बीएसए, खंड शिक्षाधिकारी के अलावा शिक्षक-शिक्षिकाऐं मौजूद रहे।