फिरोजाबाद। श्रावण मास के दूसरे सोमवार को नगर की राहें बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठे। शिवालयों में कांवड़ में लाए गए गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक किया गया। दोपहर तक भगवान शिव की पूजा अर्चना करने वालों की भीड़ लगी रही।
शहर के खैरगढ़ स्थित सांती महादेव मंदिर काफी प्राचीन है। जहां सुबह से ही श्रद्धालुओं की लाइन लगी रही। बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण भीष्म पितामह के पिता राजा शांतनु के द्वारा कराया गया था। यहां पर भगवान भोलेनाथ स्वयं प्रगट हुए थे। मंदिर से थोड़ी दूर पर गाँव में ही राजा शानतुन का खंडहर में तब्दील किला भी है। यह फिरोजाबाद जनपद के मक्खनपुर थाना क्षेत्र के सांती गांव में है। ये हजारों साल पुराना मंदिर है। यहां सावन के सोमवार और महाशिवरात्रि पर काफी श्रद्धालु आते हैं। सावन के दूसरे सोमवार को कांवड़ लेकर आए कांवड़ियों पर शिवभक्तों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा की गई।
वहीं सुहागनगरी के शिवालयों में भी शिवभक्तों की भीड़ रही है। शिवभक्तों ने अपने आराध्र्य देव भगवान शिव का अभिषेक कर फल, फूल, बेलपत्र, धतूरा आदि चढ़ाकर विधि-विधान से पूजा अर्चना की। वहीं शहर के गंज मौहल्ला स्थित सिद्वेश्वरनाथ महादेव मंदिर, गल्ला मंडी स्थित रामेश्वरनाथ महादेव मंदिर, गोपाल आश्रम स्थित सिद्वेश्वरनाथ महादेव मंदिर, पंचमुखी महादेव मंदिर, कैला देवी परिसर स्थित शिव मंदिर और बड़े हनुमार मंदिर स्थित शिव मंदिर पर दिनभर भक्तों की भीड़ भाड़ रही। शाम को मंदिरों में भव्य फूल बंगला भी सजाया गया।