फिरोजाबाद। देश की आजादी में जान गंवाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों की याद में स्मृति द्वार बनवाए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने तीन दिवसीय सत्याग्रह शुरू किया है। ग्रामीणों का कहना है कि देश की आजादी में इस गांव के लोगों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। इसके बाद भी इस स्वतंत्रता सेनानी के गांव की अनदेखी की जा रही है।
बुधवार को धरने पर बैठे ग्रामीणों का कहना है कि फिरोजाबाद के गांव गुदाऊं के लोगों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को बलिदान कर दिया। वर्ष 1900 से लेकर 1947 तक चार आंदोलन हुए। जिसमें गांव के लोगों ने किसी न किसी आंदोलन में भाग लिया। यमुना के पास उनका गांव है। गांव से बाहर शाला है। जहां आजादी की योजना बनाई जाती थी। यहां बनाई गई योजना के तहत हिरनगांव रेलवे स्टेशन जला दिया गया था।
दूसरे दिन हैदराबाद से एक हजार सिपाहियों की बटालियन गांव आई। उन्होंने पूरे गांव को घेरलिया। आजादी के आंदोलन में गांव का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसके बाद भी इस गांव के क्रांतिकारियों को याद नहीं किया जाता। उनके सम्मान में स्मृति द्वार भी नहीं बनाया गया। हम विगत पांच वर्षो से गांव में क्रांतिकारियों की याद में स्मृति द्वार बनवाने की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
ग्रामीणों ने स्मृति द्वार बनवाने के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया। जिसमें ग्रामीणों ने हस्ताक्षर किए हैं। यह धरना तीन दिन तक चलेगा। गांव के कृष्ण कुमार कनक का कहना है कि गांव से 28 स्वतंत्रता सेनानी हुए थे। उनके प्रवेश द्वार के लिए धरना दे रहे हैं। पांच साल से मांग करते आ रहे हैं। स्वतंत्रता सेनानियों के नाम से प्रवेश द्वार बन जाए।
-इन्होंने किए हस्ताक्षर
छक्कूराम, विशाल यादव, धर्मेंद्र यादव, जेपी यादव, राजकुमार, सत्यवीर, दीपक यादव, सनी यादव, आशीष यादव, निखिल यादव, प्रमोद, सनी यादव, श्रीभगवान, विवेक, मोहर सिंह, विपिन यादव सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने हस्ताक्षर किए।
-ये थे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी
छविराम सिंह यादव, जौम सिंह वाल्मीकि, एवरन सिंह यादव, भूपत सिंह यादव, महाराज सिंह यादव, धनवंत सिंह यादव, श्रीयुत श्रीराम यादव, तेजपाल निषाद, किशनलाल यादव, मोतीराम यादव, बालकराम यादव, पोखलाल यादव, श्रीकुमार जी लाल यादव, पातीराम यादव, सुम्मेर सिंह जाटव, लीलाधर बघेल, दीपचंद्र यादव, भारत सिंह यादव, हरि ज्ञान सिंह यादव, गुलजारी लाल यादव, ग्याप्रसाद यादव, गंभर्व सिंह यादव, पंडित रामरक्षपाल शर्मा, गीतम सिंह यादव, मथुरा प्रसाद यादव आदि हैं।