शिकोहाबाद। किसी बात को लेकर रेलवे स्टेशन पर दो वेंडरों के बीच मारपीट हो गई। जिसका वीडियो रेल मंत्रालय को एक्स पर ट्वीट कर दिया गया। मारपीट की घटना में दोनों वेंडरों का जीआरपी ने चालान कर दिया है। वहीं रेलअधिकारियों ने भी इस घटना की जानकारी जुटाई है।
शिकोहाबाद रेलवेे स्टेशन पर गत 12 जून को पंकज कुमार जो कि स्टॉल संचालक है। उससे प्लेटफॉर्म संख्या 3 पर खीरा बेचने वाले वेंडर गौरव कुमार गुप्ता से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। गौरव आक्रोशित होकर पंकज की स्टॉल पर पहुंचकर गाली-गलौज करने लगा। इस बात को लेकर दोनों वेंडरों के बीच मारपीट हो गई। जिसका वीडियो एक्स पर रेलमंत्रालय को ट्वीट कर दिया गया। ट्वीट होने के बाद रेलअधिकारी भी हरकत में आ गए।
उन्होंने मामले की जांच-पड़ताल की। जीआरपी ने दोनों वेंडरों का चालान कर दिया। वहीं आरपीएफ ने भी कुछ वेंडरों का चालान किया है। जमानत लेकर आए वेंडर ने एक समाजसेवी के सहयोग से रेलटैक के समीप एक वीडियो बनवाया। जिसमें उस वेंडर ने आरपीएफ पर मारपीट करने और जेल भेजने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए वीडियो बनवा लिया। जिसको सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस वीडियो के वायरल होने के बाद अधिकारियों ने इसकी भी जांच की है। जिसमें पीछे से आरपीएफ इंस्पेक्टर का नाम याद दिलाते हुए व्यक्ति की आवाज सुनाई दे रही है।
आरपीएफ इंस्पेक्टर आनंद कुमार का कहना है कि दोनों वेंडरों के बीच मारपीट हुई थी। जीआरपी ने चालान किया था। वेंडर जो आरोप आरपीएफ पर लगा रहा है। वह सिर्फ एक बाहरी व्यक्ति एवं मिष्ठान भंडार संचालक के कहने पर लगा रहा है। उसके साथ कोई मारपीट नहीं की गई है। उसके द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। स्टेशन पर अवैध वेंडर चलते रहें। इसके लिए आरपीएफ पर दवाब बनाने के लिए वीडियो बनाकर वायरल किया गया है।