शिकोहाबाद। नेहा गेस्ट हाउस में मानव समाज कल्याण संस्था द्वारा एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें लोगों से जाति धर्म से ऊपर उठकर मानव का कल्याण करने का आग्रह किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता दलबीर सिंह यादव पूर्व प्रवक्ता ने की। मंचासीन अतिथियों में डॉ मौकम सिंह यादव पूर्व प्राचार्य, कमलेश यादव पूर्व प्रधान ,दिलीप सिंह, धर्मवीर सिंह, प्रशांत उपाध्याय रहे। मुख्य अतिथि ने कहा कि.मानव कल्याण परिस्थितियों के अनुसार बदलता रहता है। पात्र को पहचान कर कि पात्र,पात्रता की श्रेणी में आता है या नहीं तभी सहयोग करें। तभी कल्याण होगा। साथ ही मानव के विचारों में कैसे परिवर्तन लाएं और उसको कैसे सही रास्ते पर लायें। यह विचारणीय है।
घिरोर से पधारे इं धर्मवीर सिंह ने कहा कि मानवता की सबसे बड़ी प्रयोगशाला यदि कोई है तो वह हमारी मां है। हम कितने मां के करीब होते हैं उतने ही हम मानवतावादी, उदारवादी, संस्कारवादी होते हैं। जब हम बाहरी दुनिया से निकलते हैं तो तरह.तरह के लोग मिलते हैं। उन्होंने कहा कि मां तुमसे छोटा इस दुनिया में कोई शब्द नहीं है। सच तो यह है कि मां तुमसे बड़ा दुनिया में कोई अर्थ नहीं है।
डॉ शिवेंद्र यादव ने कहा कि .खराब व्यवस्था एवं विचारधारा से निकलकर मानव कल्याण एवं मानव विकास का रास्ता चुनें वह सभी के लिए व्यक्तिगत भी अच्छा है एवं मानव समाज कल्याण के लिए भी अच्छा है। नसीरपुर के पूर्व प्रधान कमलेश यादव ने कहा कि.हमने समाज में केवल मानव जाति समझकर लोगों की समाज की सेवा की है। लेकिन राजनीतिकारों ने मानवता को तार. तार कर दिया है।
अन्य वक्ताओं में कासगंज से पधारी विनय ह्यूमैनिस्ट, बुंदेलखंड से पधारे भगवान सिंह, दिनेश कुशवाहा, मोहित यादव, रमेदा उरई, चंद्रशेखर दोहरे एडवोकेट, रमेश चंद्र दरोगा, गजेंद्र प्रताप सिंह, दिलीप सिंह, प्रशांत उपाध्याय, आलोक अर्श, सहदेव सिंह चैहान, सुशील कुमार, रामदेव, डॉ सुनैना यादव, डॉ भावना दुबे, उमंगलता ,राष्ट्रीय अध्यक्ष रेखा यादव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुमारी शिखा, मंडल अध्यक्ष गुड़िया, सत्येंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संयोजक विवेक यादव ने सभी का आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया। संचालन विनीत यादव ने किया।