शिकोहाबाद। साहित्य. संगीत और कला को समर्पित शब्दम् संस्था ने शिकोहाबाद स्थित संस्कृति भवन सभागार में आठ सिंतबर को शिक्षक सम्मान समारोह एवं शिक्षक का वैश्विक महत्त्व विषय पर संगोष्ठी आयोजित की। कार्यक्रम में आए शिक्षकों को संस्था द्वारा सम्मानित किया गया।
शब्दम् अध्यक्ष किरण बजाज ने मुंबई से भेजे अपने संदेश में कहा कि आदर्श शिक्षक ही राष्ट्र निर्माता है। शिक्षक का कार्य केवल पाठ्यक्रम की किताबों को पढ़ाना ही नहीं बल्कि विषय ज्ञान के माध्यम से विद्यार्थियों को सशक्त और चरित्रवान बनाकर आत्म निर्भर बनाना है। देश का युवा ही आने वाले कल का भविष्य है। अतः यह शिक्षक पर ही निर्भर करता है कि प्राइमरी स्कुल से ही उसकी परवरिश की जाए।
डॉ सहदेव सिंह चैहान ने कहा कि आज सरकारी स्कूल कई अव्यवस्थाओं को झेलते हुए बहुत अच्छा कर रहे हैं। मेरा सभी साथियों से अनुरोध है कि बच्चों को दादा-दादी का सानिध्य दें, जिससे वह मोबाइल से दूर हो सकें। अपने बच्चों पर विश्वास करते हुए सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिलाए, प्रतिदिन स्कूल भेजें। जिस प्रकार अभिभावक अन्य स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों का ध्यान देते हैं, वैसे ही इन बच्चों पर दें, जिससे बहुत अच्छा परिणाम आएगा। समीक्षा ने भी अपने विचार रखे।
अध्यक्षता शब्दम् सलाहकार समिति की वरिष्ठ सदस्य डॉ रजनी यादव ने की। संचालन अरविन्द तिवारी ने किया। सम्मानित शिक्षकों का परिचय मंजर उलवासै ने दिया, शब्दम् परिचय डॉ ध्रवेन्द्र भदौरिया ने दिया। धन्यवाद ज्ञापन दीपक औहरी ने दिया।
कार्यक्रम में समीर विश्वास एलसी यादव, डॉ दीवान सिंह, शरद बरेजा, कमलेश आर्य, विनीत वसंत, नवीन मिश्रा, उत्तम सिंह, रामनरेश, भावना दुबे, गरिमा गुप्ता, स्नहेलता चतुर्वेदी, शशीप्रभा, रश्मि सिंह, करण माथुर, विकास गुप्ता, अनिकेत भदौरिया, रत्नेश कुलश्रेष्ठ, शोभित गुप्ता, सौरभ चंदेल, रामौतार, अलका, मुकेश व अवधेश सिंह उपस्थित रहे।